शास्त्रों के अनुसार किसी भी मनुष्य को किसी दूसरे मनुष्य का झूठा नहीं खाना चाहिए | ऐसा करने से व्यक्ति के मन मैं नकारात्मक विचार पनपने लग जाते है और जिस व्यक्ति का झूठा खाना खा रहे है उस व्यक्ति के गुण झूठा खाने वाले व्यक्ति मैं मैं आ जाते है और धीरे धीरे व्यक्ति की मानसिक स्थिति बदलने लगती है |
जब हम परिवार मैं रहते है तो चाहे हम अपने भाई का झूठा खाये, या अपने दोस्तों का झूठा खाये या मुम्मी पापा का झूठा खाये हमारे अंदर अपने आप ही बदलाव आने स्टार्ट हो जाते है | झूठा खाने से कौन कौन से बदलाव आते है और किया प्रभाव पड़ता है हमारे जीवन पर आईये जानते है विस्तार से
1 . सुखो मैं कमी :- शास्त्रों मैं कहा गया है की किसी का झूठा खाने से या किसी के साथ खाना शेयर करने से व्यक्ति के सुखो मैं कमी आ जाती है और व्यक्ति के दुखो मैं वृद्धि होना स्टार्ट हो जाता है इसलिए व्यक्ति को कभी भी किसी का झूठा नहीं खाना चाहिए |
2 . घर मैं झगड़ा :- आपको यकीन नहीं होगा मगर ये सच है किसी और का झूठा खाना खाने से घर मैं झगड़े का माहौल पैदा होता है | घर परिवार पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है | इसलिए कभी भी किसी भी इंसान का झूठा खाना नहीं खाना चाहिए |
3 . विचारो मैं गंदगी :- ये तो सीधी सी बात है अगर आप किसी व्यक्ति का झूठा कहना खाओगे तो उस व्यक्ति के गंदे विचार आप मैं भी आएंगे जिससे आपके मन मैं नकारात्मक सोच उत्पन्न होगी इसलिए कभी भी किसी भी व्यक्ति का झूठा नहीं खाना चाहिए |